Dilawar Singh

Add To collaction

दैनिक प्रतियोगिता -23-Nov-2023 दोस्त

दैनिक प्रतियोगिता 23-Nov-२०२३
दोस्त
बड़े मासूम से थे वो, जब पहली बार मिले थे 
हो रही थी रिमझिम सी बरसात, जब पहली बार मिले थे
 थी चांदनी की वो रात, जब पहली बार मिले थे 
झुकी थी निगाहें, जब पहली बार मिले थे
 खामोश थे अल्फाज, जब पहली बार मिले थे
 सहमे से अकेले खड़े थे, जब पहली बार मिले थे 
दोस्त भी बड़ी नायाब चीज़ होती है 
एक दोस्त अपना सब कुछ लुटाने के बाद भी कहता है-
- जब जरूरत पड़े, बस एक आवाज़ लगा देना 
मैं वैसा ही मिलूंगा, जैसे हम पहली बार मिले थे।
🙏🙏🙏🙏🙏
#प्रतियोगिता हेतु 

दिलावर सिंह 

   16
3 Comments

खूबसूरत भाव और अभिव्यक्ति

Reply

Reena yadav

23-Nov-2023 05:49 PM

👍👍

Reply

Gunjan Kamal

23-Nov-2023 02:16 PM

👏🏻👌

Reply